संक्षेप: में 10,650 नई एमबीबीएस सीटों और 41 नए मेडिकल कॉलेजों को मंजूरी मिली; जल्द ही 5,000 नई पीजी सीटों की बढ़ोतरी की भी घोषणा हो सकती है।
एनएमसी ने 2024-25 शैक्षणिक सत्र के लिए 10,650 नई एमबीबीएस सीटों और 41 नए मेडिकल कॉलेजों को मंजूरी दी है। इसके साथ ही देशभर में एमबीबीएस कोर्स कराने वाले मेडिकल कॉलेजों की कुल संख्या बढ़कर 816 हो गई है। एम्स और जिपमर जैसे संस्थानों की सीटों को मिलाकर अब भारत में कुल एमबीबीएस सीटें लगभग 1,37,600 तक पहुंच गई हैं। नेशनल मेडिकल कमीशन को यूजी सीटों में वृद्धि के लिए 170 प्रस्ताव प्राप्त हुए थे, जिनमें से 41 सरकारी और 129 निजी कॉलेजों से थे। महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और तेलंगाना जैसे राज्यों में इस बार उल्लेखनीय बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
राज्यवार सीट बढ़ोतरी की प्रमुख झलकियां
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अक्टूबर 2025 की एनएमसी रिपोर्ट में राज्यवार सीट बढ़ोतरी से जुड़ी ये जानकारियां साझा की गई हैं
उत्तर प्रदेश: 5 कॉलेजों में 1,100 से अधिक सीटें
महाराष्ट्र: 4 कॉलेजों में 950 से अधिक सीटें
तमिलनाडु: 3 कॉलेजों में 850 से अधिक सीटें
गुजरात: 800 से अधिक सीटें
राजस्थान: 700 से अधिक सीटें
कर्नाटक: 650 से अधिक सीटें
मध्य प्रदेश: 600 से अधिक सीटें
ज़्यादातर नए कॉलेज और सीटों में बढ़ोतरी टियर-2 और टियर-3 शहरों में की जा रही है। इस रणनीति से मेडिकल शिक्षा तक भौगोलिक पहुंच बेहतर होगी और क्षेत्रीय असमानताएं कम होंगी।
आगे का रास्ता
एनएमसी ने बताया है कि 2025-26 में सीटों में बढ़ोतरी के और प्रस्तावों की समीक्षा की जा रही है। एप्लीकेशन विंडो नवंबर की शुरुआत में खुलेगी। अगर मौजूदा रफ्तार जारी रही, तो भारत 2029 से पहले ही 75,000 नई मेडिकल सीटें जोड़ने का अपना लक्ष्य हासिल कर लेगा।
5,000 पीजी सीट की वृद्धि की उम्मीद
स्नातकोत्तर (पीजी) पाठ्यक्रमों के लिए एनएमसी को नई और नवीनीकृत सीटों के लिए 3,500 से अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं। डॉ. शेठ के अनुसार, आयोग को लगभग 5,000 पीजी सीटों की वृद्धि की उम्मीद है, जिससे देशभर में कुल पीजी सीटों की संख्या 67,000 तक पहुंच जाएगी। इस वर्ष यूजी और पीजी दोनों में कुल वृद्धि लगभग 15,000 सीटों की होगी।
