चित्तौड़गढ़ के व्यवसायी अंकित लड्ढा ने कैंसर पीड़ितों के लिए दान किए अपने केश
चित्तौड़गढ़। समाज में संवेदनशीलता और मानवता की मिसाल पेश करते हुए चित्तौड़गढ़ निवासी व्यवसायी अंकित लड्ढा ने अपनी पुत्री सानवी लड्ढा के जन्मदिन के अवसर पर एक अनूठा और प्रेरणादायक कार्य किया। उन्होंने इस विशेष दिन को यादगार बनाते हुए अपने केश दान कर दिए, ताकि कैंसर पीड़ितों के जीवन में मुस्कान और आत्मविश्वास लौट सके।
कैंसर पीड़ितों के लिए नि:शुल्क विग बनेगा दान किया गया बाल

अंकित लड्ढा ने यह केश दान द प्रोग्रेसिव नेशन संस्था के अंतर्गत किया। संस्था की को-फाउंडर पारुल वर्डिया ने बताया कि दान किए गए ये बाल कैंसर पीड़ितों के लिए नि:शुल्क विग तैयार करने में उपयोग किए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि संस्था पिछले दो वर्षों से इस दिशा में कार्य कर रही है और अब तक कई लोगों को मानवता की सेवा से जोड़ा गया है।
दो वर्षों से बढ़ा रहे थे बाल
अंकित लड्ढा पिछले दो वर्षों से अपने बाल बढ़ा रहे थे, ताकि वे उन्हें कैंसर पीड़ितों के लिए दान कर सकें।
संस्था के फाउंडर अभिषेक भंडारी ने बताया कि कैंसर पीड़ितों के कीमोथेरेपी उपचार के दौरान बाल झड़ जाते हैं। बाजार से विग खरीदने में 28 से 30 हज़ार रुपए तक का खर्च आता है।
संस्था द्वारा तैयार किए जाने वाले विग पूरी तरह नि:शुल्क दिए जाते हैं। एक विग बनाने के लिए कम से कम 12 इंच लंबे बालों की आवश्यकता होती है।
अब तक 24 हेयर डोनेशन, एक कैंसर पीड़ित को मिली नि:शुल्क विग
संस्था की ओर से अब तक 24 हेयर डोनेशन कराए जा चुके हैं और एक कैंसर पीड़ित महिला को नि:शुल्क विग भी उपलब्ध कराई जा चुकी है।
पिछले दो महीनों में अदिति करीर और पूजा बिजावत ने भी अपने केश दान किए।
इसी प्रकार फतहनगर निवासी रिंकू भंडारी एवं सीमा भंडारी की पुत्रियाँ जानवी भंडारी एवं अवनी भंडारी ने भी केश दान कर समाज के लिए प्रेरणादायक उदाहरण प्रस्तुत किया।
सैलून संचालकों का सहयोग

हेयर डोनेशन अभियान में एमजी यूनिसेक्स सैलून के मनीष सेन और दीप हेयर सैलून के दीपक सेन का विशेष सहयोग रहा।
दोनों सैलून संचालकों ने न केवल तकनीकी सहायता दी, बल्कि लोगों को भी इस पुनीत कार्य से जुड़ने के लिए प्रेरित किया।
संस्था कर रही है हर आयु वर्ग को प्रेरित
संस्था की को-फाउंडर पारुल वर्डिया ने बताया कि संस्था द्वारा हर आयु वर्ग के लोगों को हेयर डोनेशन जैसे इस पुनीत कार्य के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
संस्था का उद्देश्य है कि अधिक से अधिक लोग इस सेवा से जुड़ें ताकि कैंसर पीड़ितों को आत्मविश्वास और खुशी मिल सके।
अमरखजी शिवधाम में सामूहिक रुद्राभिषेक एवं चंडी पाठ का आयोजन
मानवता की मिसाल बने अंकित लड्ढा
अंकित लड्ढा का यह कदम न केवल उनकी पुत्री सानवी लड्ढा के जन्मदिन को अविस्मरणीय बना गया, बल्कि समाज के लिए एक गहरा संदेश भी दे गया कि —
“उत्सव केवल मनाने के लिए नहीं, बल्कि खुशियाँ बाँटने के लिए होते हैं।”
उनकी यह पहल मानवता, संवेदना और सेवा का एक जीवंत उदाहरण बन गई है, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत रहेगी।
