सीनियर रिपोर्टर- श्रीमती भगवती जोशी
फतेह नगर l फतेह नगर वार्ड 19 के भाजपा के पार्षद विनोद धर्मावत तो अच्छे हैं. काम भी करना चाहते हैं लेकिन सिस्टम से हार गए हैं फतहनगर,जयपुर और दिल्ली में भाजपा की ट्रिपल इंजन की सरकार है लेकिन उन्ही का एक कार्यकर्ता भाजपा पार्षद सिस्टम से परेशान है.
फतेह नगर पालिका क्षेत्र में आने वाले चुनावों के मद्देनज़र “नेता जी का रिपोर्ट कार्ड” अभियान के तहत आज हम पहुँचे वार्ड नंबर 19, जहाँ जनता की राय, स्थानीय समस्याएँ और पार्षद द्वारा किए गए कार्यों की वास्तविक स्थिति को जाना गया।
फतहनगर वार्ड 19 में गंदगी, मच्छरों, साँपों और टूटी सड़कों से त्रस्त महिलाएँ—जनप्रतिनिधियों पर सुनवाई न करने का आरोप
फतहनगर वार्ड नंबर 19 की महिलाओं ने वार्ड की अव्यवस्थाओं को लेकर गंभीर चिंता जताई है। उनका कहना है कि मोहल्ले में स्थित एक निजी भूखंड में लगातार कचरा फेंका जा रहा है, जिसके कारण पूरे क्षेत्र में गंदगी और बदबू फैल चुकी है।
नालियों की लंबे समय से सफाई नहीं हुई है, जिसके चलते
साँप,
जहरीले कीड़े,
और बड़ी मात्रा में मच्छर
निकल रहे हैं, जिससे बीमारियों का खतरा बढ़ गया है।
महिलाओं ने बताया कि वार्ड की सभी सड़कें खराब और गड्ढों से भरी पड़ी हैं। बरसात और रात के समय इन सड़कों पर चलना मुश्किल हो जाता है, और गड्ढों में जमा पानी मच्छरों को और बढ़ावा दे रहा है।
महिलाओं का आरोप है कि कई बार शिकायत करने के बावजूद जनप्रतिनिधि सुनवाई नहीं कर रहे, जिसकी वजह से समस्याएँ जस की तस बनी हुई हैं।
इसके साथ ही रोड लाइटें समय पर नहीं जलतीं, जिससे रात में पूरा मोहल्ला अंधेरे में डूब जाता है और साँप व मच्छरों का खतरा और बढ़ जाता है।
स्थानीय महिलाओं ने जनप्रतिनिधियों से तत्काल सफाई, फॉगिंग, सड़क मरम्मत और रोड लाइट सुधार की मांग की है।
फतह नगर वार्ड 19 की जमीनी हकीकत: टूटी सड़कें, धूल, आवारा पशूओं से जनता परेशान
विपक्ष व जनता की शिकायतें तेज
वार्ड नंबर 19 में स्थानीय जनता से बातचीत में वार्ड की गंभीर समस्याएँ सामने आईं। लोगों का कहना है कि बाढ़ के बाद से रोड पूरी तरह टूट चुकी हैं और जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे पड़े हुए हैं, जिससे आवागमन बेहद मुश्किल हो गया है।
बीजेपी पार्षद व जनप्रतिनिधियों पर लापरवाही के आरोप
स्थानीय निवासियों ने बताया कि वार्ड के पार्षद भी बीजेपी से हैं, लेकिन इसके बावजूद समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया जा रहा।
लोगों का कहना है कि उन्होंने कई बार जनप्रतिनिधियों को शिकायतें बताईं, लेकिन हर बार सिर्फ इतना कहा जाता है कि “काम हो जाएगा, हो जाएगा।”
विपक्षी नेता धर्मेंद्र चपलोत का आरोप है कि वार्ड में लोगों के पट्टे तक नहीं मिले हैं। उन्होंने बताया कि इस मुद्दे पर नगर पालिका उपाध्यक्ष नितिन सेठिया को भी कई बार अवगत कराया गया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
ट्रिपल इंजन सरकार के बावजूद विकास कार्य ठप?
जनता सवाल उठा रही है कि ट्रिपल इंजन सरकार होने के बाद भी वार्ड में बेसिक सुविधाओं का अभाव क्यों है।
नई कॉलोनियों में जहां रोड और स्ट्रीट लाइट बनी हुई हैं, वहीं पुराने और आबादी वाले हिस्सों में अब तक सड़कें सही नहीं की गई हैं।
धूल और भारी वाहनों से बढ़ी परेशानी
टूटी सड़कों से पूरे दिन धूल उड़ती रहती है, जिससे लोगों का स्वास्थ्य भी प्रभावित हो रहा है।
भारी वाहनों की आवाजाही से रोड लगातार और ज्यादा खराब होती जा रही है।
पार्किंग और आवारा पशुओं की समस्या
वार्ड में पार्किंग की उचित व्यवस्था नहीं है, जिसके कारण सड़कें हमेशा जाम रहती हैं।
साथ ही आवारा पशुओं की वजह से लोगों को काफी दिक्कतों और दुर्घटनाओं के खतरे का सामना करना पड़ रहा है।
फतेहनगर वार्ड 19 में महिलाएँ पानी, सफाई और लाइट की समस्याओं से परेशान
फतहनगर वार्ड नंबर 19 की महिलाएँ बुनियादी सुविधाओं की अव्यवस्था से लगातार परेशान हैं। महिलाओं का कहना है कि जब पानी आता है, तब लाइट बंद कर दी जाती है, जिससे मोटर नहीं चल पाती और घरों में पानी बहुत कम मिल पाता है।
वार्ड में नालियाँ जाम हैं, नियमित सफाई नहीं होती और मच्छरों से बीमारी फैलने का खतरा बढ़ रहा है।
स्थानीय निवासियों का आरोप है कि बार-बार शिकायत करने के बावजूद जनप्रतिनिधि कोई ध्यान नहीं देते, और समस्याएँ जस की तस बनी हुई हैं।
फतेहनगर वार्ड 19: मेन मार्केट में पार्किंग अव्यवस्था और टूटी सड़कों से जनता बेहाल
मेन मार्केट में पार्किंग की समस्या से जाम
वार्ड नंबर 19 के मेन मार्केट में वाहनों की सही पार्किंग व्यवस्था नहीं होने से रोजाना जाम लगा रहता है। बाजार में आने-जाने वाले लोग इस अव्यवस्था से काफी परेशान हैं और कई बार विवाद की स्थिति भी बनती है।
सड़कें इतनी खराब कि लोग उदाहरण के रूप में ‘डिलीवरी’ तक कहने लगे
जनता का कहना है कि वार्ड नंबर 19 की सड़कें इतनी खराब हो चुकी हैं कि यदि किसी गर्भवती महिला को इन सड़कों से गुजरना पड़े, तो हॉस्पिटल ले जाने की जरूरत ही न पड़े—समय से पहले ही डिलीवरी हो जाए, इतने बड़े-बड़े गड्ढे सड़क पर हैं।
लोग इसे मज़ाक नहीं, बल्कि अपनी मजबूरी और गुस्से का प्रतीक बता रहे हैं।
नगर पालिका पर गंभीर आरोप
स्थानीय लोगों का आरोप है कि फतहनगर की नगर पालिका, नगर पालिका की तरह काम ही नहीं कर रही।
जनता का कहना है कि पिछले 5 सालों में कोई भी ठोस विकास कार्य नहीं हुआ है।
नागरिकों का आरोप है कि यदि निजी काम हो और पैसे दे दिए जाएँ तो काम जल्दी हो जाता है, लेकिन आम जनता की फाइलें महीनों तक अटकी रहती हैं।
पट्टों से जुड़े मामलों में भी लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है।
विकास कार्यों का अभाव
जनता का कहना है कि पूरे 5 सालों में न तो रोड बनी और न ही वार्ड की अन्य समस्याओं का समाधान हुआ।
सड़कों की हालत आज भी बेहद खराब है।
आवारा पशुओं की समस्या से भी लोग परेशान हैं, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा लगातार बना रहता है।
“ समस्या सुनने वाला भी नहीं, समाधान करने वाला भी नहीं” – स्थानीय लोग
वार्ड के लोगों का कहना है कि इतनी सारी समस्याओं के बावजूद न तो कोई सुनने आता है और न ही कोई समाधान करने वाला है।
जनता का कहना है कि वह बार-बार शिकायत कर थक चुकी है, लेकिन फतेहनगर वार्ड 19 की स्थिति जस की तस बनी हुई है।
पार्षद विनोद धर्मावत के कार्यकाल में हुए प्रमुख विकास कार्य
30 वर्षों से अटके पट्टे जारी करवाना, सड़कों का निर्माण, नालियों की मरम्मत, तथा पटेल स्टेडियम परिसर में लगभग 1 करोड़ 50 लाख रुपये की लागत से कम्युनिटी सेंटर का निर्माण कार्य। इस सेंटर में 12 कमरे, 3 हॉल और 10 लेट-बाथ बनाए जा रहे हैं, हालांकि पानी और लाइट की व्यवस्था अभी अधूरी है और पूरी नहीं हो सकी है।
पार्षद धर्मावत का कहना है कि वे लगातार एक महीने से अधिकारियों को मौखिक रूप से समस्याएँ बताते आ रहे हैं, लेकिन उनकी भी सुनवाई नहीं हो रही। उन्होंने बताया कि वे विकास कार्य करवाना चाहते हैं, पर प्रशासनिक स्तर पर ढिलाई के कारण कार्य रुके पड़े हैं। पार्षद ने वार्डवासियों को आश्वासन दिया है कि अगले 15 दिनों में काम शुरू हो जाएगा, हालांकि लोगों में यह संशय है कि काम कब शुरू होगा, क्योंकि शिकायतों के बावजूद अभी तक कोई कदम नहीं उठाया गया है।
