मावली. 45 वर्षीय मांगीलाल भील अपने 6 बच्चों के साथ इस टूटे-फूटे मकान क्या कह लीजिए झोपड़ी में रहते हैं।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए उन्होंने दो बार अप्लाई किया इसके लिए कुछ लोगों ने उनसे पैसे भी ले लिए, लेकिन कुछ नहीं हुआ। वह आज भी इस खच्चरनुमा झोपड़ी में अपने छोटे-छोटे बच्चों के साथ रह रहे हैं।
मांगीलाल भील मावली उपखंड कार्यालय से 5 किलोमीटर दूर काला खेत गांव में रहते हैं। जब हम लोग उनकी झोपड़ी पर गए तो विषय में से दिखे और बगल में खड़ी उनकी बच्चियों भी उन्हें एक टक निहारती रही।