पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद एम्स ऋषिकेश के एक डॉक्टर पर संस्थान में मिठाई बांटने के आरोप के चलते पुलिस द्वारा कार्रवाई की गई है। इस घटनाक्रम के बाद हिंदू संगठनों से जुड़े लोग दो बार एम्स परिसर में विरोध प्रदर्शन कर चुके हैं। बताया जा रहा है कि संबंधित डॉक्टर ने इससे पहले भी सोशल मीडिया पर कथित तौर पर हिंदू विरोधी सामग्री साझा की थी, जिससे मामला और गंभीर हो गया है।
1. डॉक्टर पर विवादित गतिविधि को लेकर केस दर्ज, पुलिस कर रही जांच 2. एम्स ऋषिकेश में दो बार हुआ विरोध प्रदर्शन, विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने जताया विरोध |
पहलगाम हमला: मिठाई बांटने वाले डॉक्टर पर दर्ज हुआ मुकदमा, पुलिस कर रही जांच
पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में पर्यटकों की मौत के बाद एम्स ऋषिकेश के एक डॉक्टर पर अस्पताल परिसर में मिठाई बांटने का आरोप लगा है। इस मामले में पुलिस ने संबंधित डॉक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
क्या है मामला?
विश्व हिंदू परिषद से जुड़े तपोवन निवासी राजेंद्र पांडेय द्वारा पुलिस को दी गई तहरीर में बताया गया कि 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकवादियों ने कथित रूप से धर्म पूछकर हिंदू पर्यटकों की हत्या की। अगले ही दिन एम्स में कार्यरत डॉक्टर तंजीम अकरम ने अस्पताल परिसर में मिठाई बांटी। पूछे जाने पर डॉक्टर ने रमज़ान की खुशी में मिठाई बांटने की बात कही, जबकि रमज़ान समाप्त हुए काफी समय बीत चुका था।
आरोपों की गंभीरता
शिकायत में यह भी दावा किया गया है कि डॉक्टर ने पूर्व में भी सोशल मीडिया पर हिंदू विरोधी टिप्पणियाँ और पोस्ट साझा की थीं। साथ ही उन पर आतंकवादियों के समर्थन का भी आरोप लगाया गया है।
कानूनी कार्रवाई और जांच
ऋषिकेश कोतवाली के वरिष्ठ उप निरीक्षक विनोद कुमार ने पुष्टि की कि आरोपी डॉक्टर पर विभिन्न समुदायों के बीच वैमनस्य फैलाने और राष्ट्रीय एकता को नुकसान पहुंचाने जैसी धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच जारी है।
विरोध प्रदर्शन और चेतावनी
इस घटनाक्रम को लेकर बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद ने दो बार एम्स परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। संगठनों का आरोप है कि एम्स और पुलिस प्रशासन डॉक्टर को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि 15 दिनों के भीतर उचित कार्रवाई नहीं की गई तो वे उग्र आंदोलन करेंगे।