श्रीमती भगवती जोशी
मावली l मेवाड़ में अच्छी बारिश के बावजूद, मावली तहसील के लोपड़ा पंचायत के राजस्व गांव मीना खेड़ा स्वरूप पूरा में पीने के पानी की समस्या बहुत गंभीर है। गांव की महिलाएं पीने के पानी के लिए दूर-दूर तक जाने को मजबूर हैं।
पंचायत की अनदेखी
दुर्गाबाई, एक स्थानीय महिला, बताती हैं कि पानी की समस्या को लेकर उन्होंने कई बार पंचायत में बात रखी है, लेकिन अभी तक कोई व्यवस्था नहीं हुई है। पंचायत की तरफ से आश्वासन तो मिलता है, लेकिन काम नहीं होता है।
हैंडपंप और RO में पानी की कमी
गांव में हैंडपंप और RO लगे हुए हैं, लेकिन उनमें भी पानी की पूर्ति नहीं हो पाती है। पानी लेने के लिए दूर-दूर तक जाना पड़ता है, जिससे महिलाओं को बहुत परेशानी होती है।
गर्मियों में टैंकर की समस्या
गर्मियों में पंचायत की तरफ से टैंकर आता है, लेकिन वह भी नियमित नहीं है और एक टैंकर से पूरे गांव की पूर्ति नहीं हो पाती है। दुर्गाबाई बताती हैं कि पानी की समस्या के कारण उन्हें अपने जेब से टैंकर डलवाने पड़ते हैं, जिसका खर्चा 400-500 रुपये आता है। इतनी उनकी इनकम नहीं है कि वह इतना पानी डलवा सकें।
वोट लेने के लिए सब आते हैं लेकिन बाद में कुछ नहीं
गांव की महिलाओं का कहना है कि पानी की समस्या तो हमेशा ही रहती है, लेकिन पंचायत की तरफ से कोई स्थायी समाधान नहीं किया जा रहा है। वोट लेने के समय पंचायत के प्रतिनिधि आते हैं और आश्वासन देते हैं, लेकिन बाद में कोई कार्रवाई नहीं होती है।
समाधान के लिए तत्काल कदम
मीना खेड़ा स्वरूप पूरा गांव की पानी की समस्या का समाधान करने के लिए पंचायत और प्रशासन को तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता है। गांव की महिलाओं को पीने के पानी के लिए दूर-दूर तक नहीं जाना पड़े, इसके लिए स्थायी समाधान करना आवश्यक है।